latest motivational shayari in hindi
बेहतरीन मार्गदर्शक शायरी हिंदी में
प्रेरणा(motivation, inspiration) क्या है -
- प्रेरणा {motivation, inspiration}
प्रेरणा लोगो को उनके कार्यों के प्रति उत्तेजित करने
वाली प्रक्रिया होती है। प्रेरणा एक प्रकार से ईधन का कार्य करती है जो लोगों के सम्पूर्ण शरीर को चलाता है, उन्हें अग्रेषित करता है। प्रेरणा मानव के साथ-साथ कही न कही प्रत्येक जीवों में सुक्ष्म रुप से व्याप्त होता है।
- प्रेरणा दो तरह के होते है :-
एक आंतरिक प्रेरणा जोकि ईश्वरीय प्रदत्त जीवों के अंतरात्मा से स्वतः ही परिलक्षित होती है।
और दूसरा बाह्य प्रेरणा जोकि हम रोजमर्रा के जीवन में अपने आस पास परिवार, समाज, तथा एक दूसरे से सीखने की कोशिश करते हैं वो चाहे गुण हो या अवगुण।
तथा जिनसे हम प्रेरणा लेते है या प्रेरित होते है उन्हें प्रेरक(motivational) कहा जाता है।
हमारे समाज, देश-देशांतर में ऐसी कई चीजें, व्यक्तित्व है जिनसे हम प्रेरित होते है मसलन- धर्म ग्रंथ रामायण, महाभारत, The wiges of fire, इसी तरह और भी छोटी-बड़ी महान साहित्यिक रचनाएँ भगवान श्री राम, वीर बंजरंग बली, श्री कृष्ण, मार्टिन लुथर किंग, पं. श्रीराम शर्मा, अब्राहम लिंकन, सरदार पटेल, लियो टालस्टाय, सचिन तेंदुलकर सरीखे व्यक्तित्व सम्पूर्ण जनमानस को प्रेरित करते आ रहे हैं।
एक छोटा-सा प्रेरक प्रसंग -
एक बार एक मनोवैज्ञानिक किसी सभा को सम्बोधित कर रहते हुए सवाल जवाब कर रहे थे तभी उन्होंने सभा में पहुंचे हुए लोगों से पुछा कि मानलो आप सभी ने यहां आते हुए, तीन लोगों को देखा उनमें से एक किसान, एक अच्छा व्यवसायी और एक बड़ा खिलाड़ी है आप इनमें से किससे प्रेरणा लेना चाहेंगे तो किसे ने कहा खिलाड़ी, किसे ने किसान और किसे ने कहा उस व्यवसायी से।
वह मनोवैज्ञानिक किसे के जवाब से संतुष्ट नहीं हो रहा था तभी उन्ही में से एक व्यक्ति ने जवाब देते हुए कहा कि मैं इन तीनों से ही प्रेरित होऊंगा क्योंकि एक किसान कड़ी धुप में भी हल चलाता है और अपने परिवार का पालन-पोषण करता है, एक व्यवसायी प्रतिदिन अपने ग्राहको से दो-चार होते हुए लाभ-हानि की परवाह किये बगैर धैर्य से अपना व्यवसाय करता है और एक खिलाड़ी जो कि दिन-रात कड़ी मेहनत करके यहां तक का सफर तय किया है अत: तीनो ही मेरे जीवन को प्रेरित करेंगे तब उस मनोवैज्ञानिक ने पुरी सभा को तालियो की गड़गड़ाहट की ओर इशारा किया और भरी सभा में उनकी उच्च मानसिक क्षमता की प्रशंसा की।
अतः प्रेरणा कण कण में मौजूद है और एक कण यहाँ है 😂👇
तो आप सभी को समर्पित है मेरी स्वरचित प्रेरित करने वाली लाइने, शेर-ओ-शायरी शायद आपको पसंद आयेगा...
अंदाज-ए-बयां शायराना
तुम खुद ही हलवाई हो
और खुद ही रोटी
जिंदगी जब मुसीबतों की रोटियों से जलती है
तो खुद ही उलटना पड़ता है।।
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रहे जो उस खुदा के आगोस में
वो रहमत मांगता है क्या?
जो डुब जाये समंदर-सी तलहटी में
वो सिद्दत मांगता है क्या?
हो जाओ तुम भी विशाल
दिक अनिल अम्बर सा
कभी उगता हुआ सूरज
इजाजत मांगता है क्या?
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मयस्सर ये जिंदगी, देर तलक निहारता रहा...
या तो अंजुम हो जाऊँ
या फिर पैरो तले रौंदा जाऊँ ।।
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कभी धूप तो कभी कांटो में सोया था
संघर्षो के अगन में बड़ा ही तपा था
एक वक्त ऐसा भी आया
जब सर्वश्रेष्ठ गाण्डीव धारी को,
हरा के दिखाया था।।
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आइने में सूरत देख रहा था,
वही रखी मूरत बोल उठी...
क्यों चेहरा निहार रहो हो
जरा अंतःकरण भी निहार लिया करो
पुरी दुनियां निखर उठेगी।
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टुटी हुई काठ सी हो गयी थी जिंदगी
पर चाक सा नवनिर्माण कर गयी
अरमानों की मिसालें ऐसी,
ऊंचे-ऊंचे पर्वतों को नाप गयी ।।
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आदमी ल बन खाही
बन ल आदमी नइ खा सके।
सोच लेवव ग
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जुनून के दो ही सबब
या तो जीत
या फिर सबक।।
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लोग पैटर्न के बड़े दिवाने है
जरा प्रयत्न के भी हो जाओ यार ।।
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गुलाब बिखरा है बबुल के नीचे
कोई साजिश तो नही महका जाने की।।
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ढ़लता चांद सिर्फ ये नहीं कहता कि
अमावस्या की काली रात आने वाली है
वो ये भी बताता है कि
धरा सूरज की रौशनी से लबरेज होने वाली है
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कितने राज़ दबे है इन वक्तों में
जो खुले गर, तो गमगीन कर दे
कुछ रोमांच से भर दे।।
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मेहनत, लगन, संघर्ष रुपये पैसा तमाम संपत्ति
बगैर नेकी सब मिट्टी।।
तुम ये तो बता रहे हो कि तुमने कितनी पढ़ाई की है
तुम ये भी बताओ दोस्त,
क्या तुमने इंसानियत की मैट्रिक भी पास की है।।
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बगीचों में ज्यों मदमस्त चाले
नदियों के किनारें बसंती हवाएं
आसमानो में कुछ इस तरह चलते हैं
जमीं पे चलने वाले
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3 टिप्पणियाँ
Click here for टिप्पणियाँAchha h bhai
Replythank you
ReplyMst hai sir
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