google-site-verification=rm70XEMbxZyoRS7xtCfISNAPDIK_x3QyPbKOZd13PUc देशभक्ति शायरी हिंदी ~ shayarvats

देशभक्ति शायरी हिंदी

 देशभक्ति शायरी हिंदी 

 latest deshbhakti shayari in hindi

देशभक्ति(patriotism) क्या है? - 

सच्ची देशभक्ति वही होती है जिसमें धर्म, जाति, परिवार, समाज से ऊपर उठकर देश हित को सर्वोपरी मानना तथा नि:स्वार्थ भाव से तन, मन, धन से सद्भावना के साथ देश की सेवा करना।

अपने देश से प्रेम करना और सदा उसका कल्याण सोचना राष्ट्रभक्ति या देशभक्ति (Patriotism) कहलाता है।

सिर्फ़ सरहदो पर सेवा देना ही देशभक्ति नही है बल्कि

उन्हे सुविधापूर्ण, साफ स्वच्छ हर तरीके से अच्छी देखभाल एक सर्वश्रेष्ट देशभक्ति कहलाता है।।


बेहतरीन वाक्या - 


जापान में एक घर में चोर घुसा, घर के मालिक ने ग्रामोफ़ोन पर 'किमी गा यो' बजा दिया, राष्ट्रगान सुनते ही चोर सावधान की मुद्रा में खड़ा हो गया

सने चोर को बाँधा और पुलिस बुला ली. मुकदमा चला, सुनवाई हुई, फ़ैसला आया- एक महीने जेल की सज़ा

अदालत ने चोर की देशभक्ति की तारीफ़ करते हुए उसे रिहा कर दिया और जिसने राष्ट्रगान का 'अपमान करते हुए' चोर को बाँधा था उसे जेल भेज दिया।। 


जापानियों के देशप्रेम का बेहतरीन नमुना आपको यहां देखने को मिलेगा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद वे अपने साथ मरम्मत किट लेकर चलते थे और सिनेमा हॉल या बस की फटी हुई सीट सिल देते थे।

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मातृभूमि की बात जिसमें फुट पड़ती है
पराधीनता फिर जोरो की खटकती है
वो चाहे - बल पूर्वक हो
या मानसिक।।


सिक्का उसी का चलता है

जो मातृभूमि के लिए लड़ता है।। 


आंखों में मस्ती होठों पे मुस्कान,

बातो में कशिश रखता है

वो सैनिक है साहब,

बाहर पानी और अंदर ज्वाला धधकता है🚩


अभी-अभी तो सम्हला था

घाव जरा ही सुखा था

तु कायर बड़ा है रे चीन

धुर्त और लज्जा हीन

न जुते न गन, 

   न बदन में ठीक से कपड़ा था

ठिठुरते ठंड में भी हमने, 

 तुम्हारे पाँच-पाँच का गर्दन पकड़ा था

हमारी 246 आँखों ने, 

 तुम्हारे 2600 आँखे नोच डाले

लड़ते-लड़ते मर गये

        पर पीठ न दिखायें 

ओ तो एक शेर शैतान था

        जवाब तुझे भरपूर दे गया

तेरी शैतानीय भी उनके आगे, 

                      मथ्था टेक गया

अब तेरा सर झुकने नहीं देंगे

          अंगद सा पैर जमायेंगे

और सारा शीश महल ढ़हायेंगे।। 


 दुनिया वाले कहते हैं कि भारतवासी सरल, 

सहज और बड़े ही भोले होते हैं 

अब लोग ये भी तो जाने कि जब भोले 

अपने पे आता है तो

 तांडव होता है तांडव



झुकते भी हैं झुकाने वाला चाहिए

पीछे भी हटते हैं हटाने वाला चाहिए 

अरमान सातवें आसमान का, 

और सीना चट्टानों वाला चाहिए।।


किसी ने कालियत में Trigger दबा दी

किसी ने सफेदीयत में 

पर लाल तो जमीं को ही होना है ।।


कुछ लोग फुली हुई नाक से,

       देशप्रेम की बात करते है

फिर वही लोग

मजहबी कांटे में, 

         लटके नजर आते हैं।। 


दिल बैठा सा जाता है क्युं जवाब नहीं दोगे?

सीना छलनी हो जाता है क्युं जवाब नहीं दोगे?

आँखें  रोशो से भर-भर आती है क्युं जवाब नहीं दोगे?

तिरंगे में ओ फिर लिपट आया है क्युं जवाब नहीं दोगे?



खौफनाक जंगलो में वो खौफ लाता हैं 

जंगल के शेर गिदड़ बने फिरता हैं 

मिट्टी-ए-वफा का ऐसा अनल, 

दुश्मन भी खुद को राख हुए पाता है।


मैं हिंदुस्तानी हूँ "वसुधैव कुटुम्बकम" कहता हूँ

रक्त बीजों के लिए रण-चण्डी बनता हूँ

मातृभूमि पर सर्वश्व न्योछावर करता हूँ

मैं मरता हूँ राख बनता हूँ

पानी में घुल जहां की सफर करता हूँ

समंदर की सैर में रहता हूँ

आसमां पे चढ़ता हूँ

सम्पूर्ण धरा की निगरानी में करता हूँ

माँ भारती की सेवा में, अनवरत रहता हूँ

मैं हिंदुस्तानी हूँ सनातनी संतान हूँ

"सर्वे भवन्तु सूखिनः" की कामना रखता हूँ

मैं हिंदुस्तानी हूँ "वसुधैव कुटुम्बकम" कहता हूँ ।। 




उम्र और हौसले दोनो के, एक ही रंग है

मेरा सरहद और तेरा गद्दारों के खिलाफ जंग है


स्वार्थों की इल्ली जो चिपका रखे हो

मतलब की दुनिया जो बसा रखे हो

जिस जमीं से अतरंगी तिलती बन उड़ते हो, 

उसी मिट्टी से मुंह मोड़े जा रहे हो।।


मेरे सीने में जो जखम है 

        वो तो फूल के गुच्छे है 

हमें पागल रहने दो

       हम पागल ही अच्छे है।। ~भगत सिंह 



ना सरकार मेरी है

ना रौब मेरा है

ना बड़ा सा नाम मेरा है

मुझे तो एक छोटी सी बात पर गर्व है,

मैं "हिंदुस्तान" का हूँ और "हिंदुस्तान" मेरा है।





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6 टिप्पणियाँ

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16 अगस्त 2020 को 9:33 pm बजे ×

धन्यवाद सर जी 🙏

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6 अगस्त 2021 को 11:16 am बजे ×

आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 07 अगस्त 2021 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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