latest motivational shayari in hindi
मार्गदर्शक शायरी हिन्दी में
जिंदगी की डगर जिनकी टेढ़ी-मेढ़ी
बस इक उसी में तो जान होती है
वरना सीधी रेखा तो मुर्दो की पहचान होती है||
तू फसाद लिख
जंग का ऐलान लिख
किसी और के खातिर नहीं
तू खुद के खिलाफ जंग लिख||
तेरा वक्त धूल ही सही
तू चल तो सही
ये धूल, बजरी ही तो है जो
ऊच्चे शिलाओ को बांधा करते हैं||
तू इतना बेचैन क्यों है?
तेरे आँखों में इतना पानी क्यों हैं?
छटपटा रही दरिया तो छटपटाने दे
तेरे अंदर इतनी छटपटाहट क्यों है?
उतर तू खुद में इस कदर उतर
तू कही और नहीं, झांक खुद के भीतर
तुझमें है हीरे जेव्हरात किस कदर
तू है जौहरी तू ही हीरा तू है औरों से इतर||
सबने गिरता सेब जाना,
मगर किसी ने बल अपरंपार
सबने बैठी चिड़िया देखा,
मगर गांडीव धारी ने चिड़िया की आँख
सबने उड़ती चिड़िया देखा,
तो राइट ने उड़ता विमान
किसी को केतली में भाप,
तो किसी को भाप का इंजन
सब नजरों का खेल है बंदे
चाहे तो नजरिया बदल डाल||
जीतना है गर मैदान... तो
आँखों में तेवर चढ़ाके रख
दुखो की तिजौरी सजाके रख
जुनूँ का सैलाब जगाके रख
दिल में डायनामाइट दबाके के रख
धमनियों में खून खौलाके रख
जीतना है गर मैदान...तो
आँखों में तेवर चढ़ाके रख||
न आज हारे है न कल हारेंगे
वक्त की गर्दीश है मगर ऊभरेंगे
रगो फिर वही रंग केसरिया साजेंगे
आज जमीं तो कल सितारे चुमेंगे||
जिंदगी को माइना दिया जाए
चलो अच्छे आईना में रहा जाए||
मारो पांव कि दरिया छल-छल हो जाए
समेट दो सारे पहाड़ कि तल-तल हो जाए
खामोशी से मेहनत की दरख़्त उगाओ
कि 1 दिन सारा आलम कल-कल हो जाए
चल रहा हूँ मैं जिस पथ पर,
बेशक उसमें इंसानियत की रवायत होगी
गर मुझे रोका कही
तो खिलाफत में तेरे मेरी बगावत होगी|
तुम युं न जला करो गुलशन
वरना तेरे इन तितलियों का क्या होगा||
ये जो जेबो की तन्हाई,
तन के लिए कभी मलमल न सिलाई
देखना एक दिन
तेरे लिए महफिल लेके आएगी||
दो पत्ती नदी की रौब में
एक खिलाफत में
तो दूजा मौज में
अब खिलाफत में है ही क्या?
बस चलो मौज ही मौज में||
मौसम-ए-फिज़ा रौब दार हो गया
Black बदन पे shining आँखें
ब-कमाल हो गया||
1 टिप्पणियाँ:
Click here for टिप्पणियाँबहुत ही बेहतरीन 👍👍
ConversionConversion EmoticonEmoticon